Mangal Puja Angareshwar Ujjain Mahadev में क्यों की जाती है ?
अंगारेश्वर महादेव में मंगल पूजन का विशेष महत्व प्राप्त है अगर किसी व्यक्ति के लगन भाव में, चौथे भाव में, सातवें भाव में, आठवें भाव में, या बारहवें भाव में, मंगल स्थित है तो उस व्यक्ति को मंगल दोष का प्रभाव माना जाता है, ऐसे व्यक्ति को अवंतिका नगरी उज्जैन में स्थित अंगारेश्वर महादेव में आकर पूजन करना जरूरी होता है, अगर वह व्यक्ति पूजन करता है तो उस व्यक्ति को हमेशा के लिए इस मंगल दोष से मुक्त तथा मिल जाती है इस कारण पूरे साल में यहां पर बहुत सारे लोग देश विदेश से मंगल पूजा करने आते हैं , अंगारेश्वर महादेव 84 महादेव में से 43 नंबर के हैं.
अंगारेश्वर महादेव शिप्रा नदी के तट पर स्थापित है. मंगल ग्रह की उत्पत्ति भगवान शिव से हुई है, क्योंकि अंगारक याने अंगार है शिवजी का, उस अंगार से इस अंगारक की उत्पत्ति हुई, अंगारक याने मंगल, मंगल को सभी ग्रहों में तीसरे स्थान दिया गया है.
मंगल भात पूजा अंगारेश्वर में करने से होने वाले लाभ नीचे दिए गए हैं :
- एक अगर किसी व्यक्ति को मंगल है उसके कारण उसके विवाह में बाधा हो रही है तो उस व्यक्ति को मंगल भात पूजा करने से विवाह में शीघ्र ही प्राप्ति मिलती है.
- अगर किसी व्यक्ति की भूमि संबंधित कोर्ट में कुछ केस चल रही है तो ऐसा व्यक्ति भी मंगल पूजन कर सकता है, पूजन करने से उस व्यक्ति को जल्दी से जल्दी कोर्ट में भी राहत मिल जाती है.
- अगर किसी व्यक्ति को गुस्सा बहुत आता होगा तो वह व्यक्ति भी मंगल पूजन अंगारेश्वर में कर सकता है.
किसी व्यक्ति को सेहत संबंधी कुछ परेशानी हो तो वह व्यक्ति भी मंगल भात पूजा कर सकता है.
Mangal Puja Angareshwar Ujjain Mahadev में पूजा करने के लिए आप वेबसाइट पर दिए हुए नंबर 8180885588 पर संपर्क कर सकते हैं.
Om Angarkay Namha